Friday, July 2, 2010

हे शारदे मां...

हे शारदे मां, हे शारदे मां अज्ञानता से हमें तार दे मां (2)

तु स्वर की देवी है संगीत तुझसे, हर शब्द तेरा है हर गीत तुझसे,
हम है अकेले, हम है अधुरे, तेरी शरण हम,हमे प्यार दे मां
हे शारदे मां......तार दे मां

मुनीओं ने समजी, गुणीओं ने जानी, वेदों की भाषा, पुराणो की बानी,
हम भी तो समझे, हम भी तो जाने,विद्या का हमको अधिकार दे मा
हे शारदे मां......तार दे मां

तु श्वेतवरणी, कमल पे बिराजे, हाथों में वीणा, मुकुट सर पे साजे,
मन से हमारे मिटा दे अंधेरे,हमको उजालों का सॆसार दे मां
हे शारदे मां......तार दे मां

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